रुद्राक्षमाला पहनना चाहिए अथवा जाप करनी चाहिए।


                       रुद्राक्षमाला  के मुख्य बिंदु 

Rudraksh Mala – Swastik Astrology
वास्तव में रुद्राक्ष एक पौधे का  बीज  है, इसके क्या लौकिक और क्या अलौकिक गुण  है। इसपे हमारा लेख आपको परिचित कराएगा l 

रूद्राक्ष पहनने वाले को अध्यात्म में प्रगति करने का आश्वासन देता है। इसके पहनने मात्र से आपको एक विशिष्ठ प्रकार की ऊर्जा का अभास होता है। यह आपको एक अध्यात्म का बोध कराता है ।


हिंदू और बौद्ध धर्म अपने आध्यात्मिक अभ्यास का समर्थन करने के लिए व्यापक रूप से रुद्राक्ष की माला का उपयोग प्राचीन काल से  करते हुए आ रहे है, तथा  आज भी कर रहे  हैं।

जिस प्रकार कोकून के अंदर तितली के अंडे अपने जीवन को सहेजते है उसी प्रकार, रुद्राक्ष भी  कोकून के रूप में कार्य करता है और प्राण को संरक्षित करता है जिसे आध्यात्मिक साधना द्वारा उत्पन्न किया जाता  है।
बहुत से लोगो का मानना है, की रुद्राक्ष बहुत पवित्र है अतः इसे हर वक्त पहनना अशुभ है।
रुद्राक्ष पहनने का मुख्य  उद्देश्य प्राणिक ऊर्जा को संरक्षित करना है। हमारे साधु सन्यासी इसी कारण रुद्राक्ष को धारण करते है।
किसी भी तरह से रुद्राक्ष माला अपनी ऊर्जा खोती नहीं है, अतः इसे पहनने के साथ साथ हम इसका जाप भी कर सकते है। 
रुद्राक्ष कई प्रकार के होते है और उनके क्या गुण है , इस पर चर्चा नए लेख में होगी । 

                                                                                                                                जय भोले । 



shivshkati Instagram posts (photos and videos) - Picuki.com

Comments